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Monday, 8 June 2015

इन तरीकों से जान सकते है आप किसी भी सोफ्टवेयर की CRACK / KEY


हम कई बार जरुरत के सोफ्टवेयर इंटरनेट से डाऊनलोड कर लेते हैं। लेकिन उनमे से ज्यादा तर ट्रायल वर्जन होते हैं। यानि एक माह के लिए। उसके बार उस सोफ्टवेयर का फुल वर्जन खरीदने के लिए कहा जाता है।

जिसे खरीदने के बजाय ज्यादातर लोग उसे डिलेट करके दूसरा सोफ्टवेयर ही डाऊनलोड करना पसंद करते हैं। असल में हम जो भी सोफ्टवेयर का फुल वर्जन खरीदते हैं तो उसमे सबसे ख़ास जो चीज मिलती है वो है उस सोफ्टवेयर की ''एक्टिवेशन की ''

जिसे crack/key भी कहा जाता है। बाकि सोफ्टवेयर वही होता है जैसा ट्रायल था। बस उस ट्रायल वर्जन सोफ्टवेयर में हमे उसकी ''एक्टिवेशन की '' लगानी होती है।

जिसे लगाते ही वो सोफ्टवेयर फुल वर्जन बन जाता है। फ्री ''एक्टिवेशन की '' हासिल करने के लिए हम इंटरनेट पर घंटों सर्फिंग करते रहते हैं। तब जाकर कभी तो सही की मिल जाती है ,और कभी नही मिल पाती।

आज मै आपको एक ऐसा इंटरनेट ट्रिक बता रहा हूँ जिसकी मदद से आप किसी भी सोफ्टवेयर की ''एक्टिवेशन की '' को आसानी से हासिल कर सकते हैं। बस आपको गूगल सर्च इंजन पर जाकर 94fbr ''सोफ्टवेयर का नाम '' ये लिख कर सर्चिंग करना है। आपके सामने उस सोफ्टवेयर की ''एक्टिवेशन की '' की बहुत सारी वेबसाइट खुल जाएँगी। जिनमे आप उस सोफ्टवेयर की सही की हासिल कर सकते हैं।

जैसे की मुझे इंटरनेट डाऊनलोड मेसेंजर की फुल वर्जन ''एक्टिवेशन की '' तलाश करनी है तो मुझे गूगल सर्च इंजन पर जाकर इस तरह लिखना है 94fbr internet download manager

इसी तरह आपको जिस सोफ्टवेयर की भी फुल वर्जन ''एक्टिवेशन की '' चाहिए आप भी गूगल सर्च इंजन पर जाकर 94fbr के साथ उस सोफ्टवेयर का नाम लिख दें। आपको  उस सोफ्टवेयर की फुल ''एक्टिवेशन की '' मिल जाएगी।

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